टैली में स्टॉक ग्रुप क्या है? Stock Grouping In Tally In Hindi

व्यवसाय में इन्वेंट्री यानी स्टॉक का सही प्रबंधन बहुत जरूरी है। टैली जैसे अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर में स्टॉक ग्रुप (Stock Group) एक ऐसा फीचर है, जिससे हम अपने स्टॉक आइटम्स को व्यवस्थित और वर्गीकृत कर सकते हैं। इससे न सिर्फ स्टॉक का रिकॉर्ड रखना आसान होता है, बल्कि रिपोर्टिंग, एनालिसिस और ऑडिटिंग भी सरल हो जाती है।
इस ब्लॉग में हम टैली में स्टॉक ग्रुप की पूरी जानकारी उदाहरणों के साथ विस्तार से समझेंगे।
स्टॉक ग्रुप से पहले जानें – इन्वेंट्री मैनेजमेंट क्या होता है?
इन्वेंट्री मैनेजमेंट का मतलब है आपके बिजनेस में मौजूद माल (स्टॉक) का पूरा हिसाब-किताब रखना। इसमें माल की खरीद, बिक्री, स्टॉक में बचा सामान, रिटर्न और खराब माल आदि की जानकारी शामिल होती है। टैली में इसे दो तरीके से किया जा सकता है:
- Account Only: सिर्फ अकाउंटिंग के लिए, बिना स्टॉक की डिटेल के।
- Account with Inventory: अकाउंटिंग के साथ-साथ स्टॉक का पूरा हिसाब-किताब।
इन्वेंट्री मैनेजमेंट में स्टॉक ग्रुप, स्टॉक आइटम, यूनिट्स, और केटेगरी जैसे महत्वपूर्ण हिस्से होते हैं जो माल के प्रबंधन को आसान बनाते हैं।

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Tally में स्टॉक ग्रुप क्या होता है? Stock Group in Tally in Hindi
स्टॉक ग्रुप एक इन्वेंट्री मास्टर होता है, जिसके अंतर्गत एक जैसे प्रकार के स्टॉक आइटम्स को एक ग्रुप में रखा जाता है। जैसे – अगर आप मोबाइल, टीवी और लैपटॉप बेचते हैं, तो Mobiles, TVs, और Laptops के नाम से अलग-अलग स्टॉक ग्रुप बना सकते हैं। हर ग्रुप में आप अलग-अलग ब्रांड या मॉडल जैसे Samsung, Sony, HP आदि स्टॉक आइटम्स रख सकते हैं।
स्टॉक ग्रुप बनाने के फायदे:
- स्टॉक को व्यवस्थित और क्लासिफाई करना आसान होता है, जिससे रिकॉर्डिंग में स्पष्टता आती है।
- रिपोर्टिंग और एनालिसिस में सुविधा मिलती है, जिससे बिजनेस डिसीजन लेना आसान होता है।
- स्टॉक आइटम्स को जल्दी ढूंढना आसान होता है, जिससे समय की बचत होती है।
- स्टॉक की वैल्यू और क्वांटिटी ग्रुप वाइज पता चलती है, जिससे इन्वेंट्री कंट्रोल बेहतर होता है।
और जाने: Tally में Debit और Credit Note Entry कैसे करें
Types of Stock Group in Tally in Hindi – स्टॉक ग्रुप के प्रकार


1. सिंगल स्टॉक ग्रुप – Single Stock Group in Hindi
इसमें एक समय में सिर्फ एक स्टॉक ग्रुप बनाया जाता है।
- छोटे व्यवसायों के लिए उपयुक्त है जहाँ ग्रुप्स की संख्या कम होती है।
- हर बार एक-एक ग्रुप बनाकर उसका नाम, अंडर ग्रुप आदि डिटेल भरनी होती है।
- इससे स्टॉक को व्यवस्थित करना आसान हो जाता है।
उदाहरण: आप केवल Mobiles नाम से एक ग्रुप बनाते हैं और फिर उसमें ब्रांड्स जोड़ते हैं।
2. मल्टीपल स्टॉक ग्रुप – Multiple Stock Group in Hindi
इसमें एक साथ कई स्टॉक ग्रुप्स को एक स्क्रीन पर बनाकर सेव किया जा सकता है।
- बड़े व्यवसायों के लिए उपयुक्त, जहाँ एक साथ कई कैटेगरीज हों।
- समय की बचत होती है और एंट्री प्रोसेस तेज़ हो जाता है।
- सभी ग्रुप्स को एक साथ देखकर एडिट या अपडेट करना भी आसान होता है।
उदाहरण: आप एक ही बार में Mobiles, Laptops, TVs, Accessories आदि ग्रुप बना सकते हैं।
और जाने: टैली में वाउचर के प्रकार के बारे में
स्टॉक ग्रुप बनाने की प्रक्रिया – How to Create Stock Group in Tally In Hindi
Steps to Create Single Stock Group in Hindi – सिंगल स्टॉक ग्रुप कैसे बनाएं?
- Gateway of Tally → Inventory Info → Stock Groups → Create
- Name: ग्रुप का नाम डालें (जैसे – Mobiles)
- Under: Primary (अगर यह मुख्य ग्रुप है)
- Should quantities of items be added: Yes
- Ctrl + A दबाएं और एंट्री को सेव करें।
उदाहरण: अगर आप मोबाइल्स का बिजनेस करते हैं, तो Mobiles नाम से ग्रुप बनाएं। इसके अंदर Samsung, Vivo, Apple जैसे आइटम रखे जा सकते हैं।


Steps to Create Multiple Stock Group – मल्टीपल स्टॉक ग्रुप कैसे बनाएं?
- Gateway of Tally → Inventory Info → Stock Groups → Multiple Create
- स्क्रीन पर एक लिस्ट आएगी जिसमें आप एक साथ कई ग्रुप्स के नाम और उनका Under (जैसे Primary) डाल सकते हैं।
- सभी ग्रुप्स की डिटेल भरें और Accept करें।
यह ऑप्शन तब उपयोगी होता है जब आपको एक साथ बहुत सारे ग्रुप बनाने हों।


स्टॉक सब-ग्रुप (Stock Sub-group) कैसे बनाएं | How to Create Stock Sub-Group in Tally in Hindi
- Gateway of Tally → Inventory Info → Stock Groups → Create
- Name: Sub-group का नाम डालें (जैसे – Touch Mobiles)
- Under: Parent Group चुनें (जैसे – Mobiles)
- Should quantities of items be added: Yes
- Ctrl + A दबाएं और सेव करें।
उदाहरण: Mobiles (Primary Group) के अंदर Samsung (Sub-group), और Samsung के अंदर Touch Mobile (Sub-group) बना सकते हैं।
और जाने: टैली में TDS एंट्री कैसे करें
स्टॉक ग्रुप, स्टॉक आइटम और यूनिट्स का संबंध
स्टॉक ग्रुप, स्टॉक आइटम और यूनिट्स आपस में जुड़े हुए तीन महत्वपूर्ण हिस्से हैं। स्टॉक ग्रुप का इस्तेमाल एक जैसे प्रोडक्ट्स को एक साथ ग्रुप करने के लिए किया जाता है, ताकि उन्हें आसानी से मैनेज किया जा सके।
स्टॉक आइटम वह प्रोडक्ट होता है जिसे आप खरीदते या बेचते हैं, जैसे मोबाइल, टीवी, पंखा आदि। हर स्टॉक आइटम को किसी न किसी ग्रुप में रखना जरूरी होता है ताकि रिपोर्टिंग आसान हो।
वहीं यूनिट्स का मतलब होता है – उस आइटम को किस माप में बेचा या खरीदा जाएगा, जैसे Piece, Kg, Litre आदि। टैली में किसी भी स्टॉक आइटम को बनाते समय उसका ग्रुप और यूनिट तय करना जरूरी होता है, तभी इन्वेंट्री मैनेजमेंट सही तरीके से हो पाता है।
स्टॉक ग्रुप बनाते समय ध्यान देने योग्य बातें
स्टॉक ग्रुप (Stock Group) बनाते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है, ताकि स्टॉक का प्रबंधन आसान हो और रिपोर्टिंग में स्पष्टता बनी रहे।
1. संगठित वर्गीकरण (Proper Classification)
- स्टॉक ग्रुप बनाते समय प्रोडक्ट्स को उनके प्रकार, ब्रांड, उपयोग, या अन्य किसी समान विशेषता के आधार पर वर्गीकृत करें।
- उदाहरण: अगर आप इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स बेचते हैं, तो TV, Refrigerators, Washing Machines जैसे ग्रुप बनाएं।
2. Parent Group सही चुनें
- हर स्टॉक ग्रुप का एक Parent (मुख्य) ग्रुप होता है।
- अगर आपके पास कोई मुख्य कैटेगरी है, जैसे Electronics, तो TV, Mobile आदि उसके अंदर Sub Group बन सकते हैं।
- इससे रिपोर्ट्स में स्पष्टता मिलती है।
3. Uniform Naming Convention अपनाएं
- ग्रुप के नामों में एक जैसे फॉर्मेट का इस्तेमाल करें ताकि पहचान आसान हो।
- उदाहरण: Mobile – Samsung, Mobile – Apple, Mobile – Xiaomi
4. Nature of Items का ध्यान रखें
- Fast-moving, slow-moving, या non-moving प्रोडक्ट्स के लिए अलग-अलग ग्रुप बनाएं।
- इससे इन्वेंटरी मैनेजमेंट और ऑर्डर प्लानिंग में मदद मिलती है।
5. Units और Valuation Method का ध्यान रखें
- ग्रुप बनाते समय तय करें कि कौन-से प्रोडक्ट्स किस यूनिट (pcs, kg, mtr आदि) में गिने जाएंगे।
- यदि ग्रुप के आधार पर वैल्यूएशन अलग-अलग है (जैसे FIFO, LIFO, Average), तो ये बात भी ध्यान में रखें।
6. Future Scalability सोचें
- ग्रुप इस तरह से बनाएं कि भविष्य में नए प्रोडक्ट्स जोड़ना आसान हो।
- बहुत अधिक छोटे या बहुत अधिक बड़े ग्रुप से बचें।
7. Duplicate नाम से बचें
- एक ही नाम का ग्रुप दो बार न बनाएं। इससे रिपोर्टिंग और एंट्री में भ्रम हो सकता है।
8. Inventory Reports की जरूरतों को ध्यान में रखें
- Stock Summary, Group-wise Stock Report आदि रिपोर्ट्स आपके ग्रुप स्ट्रक्चर पर आधारित होती हैं।
- इसलिए ग्रुप्स ऐसे बनाएं कि रिपोर्ट्स पढ़ना और निर्णय लेना आसान हो।



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स्टॉक ग्रुप को अपडेट या डिलीट कैसे करें?
- Gateway of Tally → Inventory Info. → Stock Groups → Alter
- उस स्टॉक ग्रुप को चुनें जिसे आप अपडेट करना चाहते हैं।
- अब आप ग्रुप का नाम, parent group, description आदि में बदलाव कर सकते हैं।
- सभी आवश्यक बदलाव करने के बाद Ctrl + A दबाकर सेव करें।
स्टॉक ग्रुप के फायदे | Stock Group Ke Fayde
1. स्टॉक का वर्गीकरण (Classification) आसान
- समान प्रकार के प्रोडक्ट्स को एक साथ ग्रुप करना, स्टॉक का व्यवस्थित वर्गीकरण करता है।
- इससे इन्वेंट्री मैनेजमेंट सरल होता है और प्रोडक्ट्स को संभालना आसान होता है।
2. रिपोर्टिंग में सुविधा
- ग्रुप के हिसाब से रिपोर्ट बनाना आसान हो जाता है।
- आप जान सकते हैं कि कौन सा ग्रुप कितना स्टॉक रखता है, उसकी वैल्यू क्या है, और उसकी बिक्री कितनी हुई।
3. स्टॉक आइटम्स को जल्दी ढूंढना
- स्टॉक आइटम्स को उनके ग्रुप के अंदर खोजने से समय बचता है।
- बिना ग्रुपिंग के पूरे स्टॉक में से आइटम खोजना मुश्किल हो सकता है।
4. ग्रुप वाइज एनालिसिस (Group-wise Analysis)
- यह जानना आसान होता है कि कौन सा ग्रुप ज्यादा बिक रहा है या कम।
- इससे आप बिक्री के ट्रेंड को समझकर बेहतर निर्णय ले सकते हैं।
5. ऑडिटिंग में सहूलियत
- ग्रुप के अनुसार स्टॉक की जांच करना ऑडिट के दौरान सुविधाजनक होता है।
- स्टॉक की स्थिति और मूवमेंट को ट्रैक करना आसान हो जाता है।
6. स्टॉक वैल्यूएशन आसान
- वैल्यूएशन मेथड्स (जैसे FIFO, LIFO, Average) को ग्रुप स्तर पर अप्लाई करना आसान होता है।
- इससे स्टॉक की सही कीमत पता चलती है और अकाउंटिंग में मदद मिलती है।
स्टॉक ग्रुप का प्रैक्टिकल उदाहरण
मान लीजिए आपके पास एक इलेक्ट्रॉनिक्स का दुकान है, जिसमें कई तरह के प्रोडक्ट्स आते हैं।
स्टॉक ग्रुप बनाने का तरीका:
स्टॉक ग्रुप का नाम | Parent Group (Under) | विवरण (Description) |
---|---|---|
Electronics | (Primary Group) | सभी इलेक्ट्रॉनिक सामान |
Mobile Phones | Electronics | मोबाइल फोन की सभी ब्रांड और मॉडल |
Samsung Mobiles | Mobile Phones | सैमसंग के मोबाइल |
Apple Mobiles | Mobile Phones | एप्पल के मोबाइल |
Televisions | Electronics | टीवी के अलग-अलग मॉडल |
Refrigerators | Electronics | फ्रिज के विभिन्न प्रकार |
Accessories | Electronics | मोबाइल और टीवी के एक्सेसरीज़ |
स्टॉक आइटम्स (Stock Items) भी इसी ग्रुप में आते हैं:
Stock Item Name | Stock Group | Unit | Rate (₹) |
---|---|---|---|
Samsung Galaxy S21 | Samsung Mobiles | Piece | 50,000 |
iPhone 14 | Apple Mobiles | Piece | 90,000 |
LG 42” LED TV | Televisions | Piece | 30,000 |
Whirlpool Double Door | Refrigerators | Piece | 40,000 |
Mobile Charger | Accessories | Piece | 500 |
स्टॉक ग्रुप के फायदे इस उदाहरण में:
- Mobile Phones ग्रुप में सैमसंग और एप्पल के अलग-अलग मोबाइल्स होंगे, जिससे रिपोर्टिंग आसान हो जाएगी।
- अगर आपको पता लगाना है कि किस ग्रुप में कितना स्टॉक है, तो आप सीधे Electronics → Mobile Phones → Samsung Mobiles तक Drill Down कर सकते हैं।
- खरीद और बिक्री रिपोर्ट ग्रुप के हिसाब से अलग-अलग देखें जा सकते हैं, जैसे Apple Mobiles की बिक्री कितनी हुई।
- भविष्य में अगर आप नया प्रोडक्ट लाते हैं, जैसे Tablets, तो उसे Electronics के अंदर एक नया ग्रुप बना सकते हैं।
स्टॉक ग्रुप के लिए शॉर्टकट्स
क्र. | कार्य (Action) | शॉर्टकट (Shortcut) |
---|---|---|
1 | Stock Group List देखें | Gateway of Tally → Inventory Info. → Stock Groups |
2 | नया स्टॉक ग्रुप बनाएँ | Inventory Info. → Stock Groups → Create (No direct shortcut) |
3 | स्टॉक ग्रुप बदलें (Alter) | Inventory Info. → Stock Groups → Alter (No direct shortcut) |
4 | स्टॉक ग्रुप डिलीट करें | Alter में जाकर → Alt + D |
5 | Stock Summary रिपोर्ट खोलें | Display → Inventory Books → Stock Summary या Alt + G → I → S |
6 | किसी स्टॉक ग्रुप पर Drill Down करें | रिपोर्ट में ग्रुप या आइटम पर Enter दबाएँ |
7 | स्क्रीन पर सेव करें | Ctrl + A |
8 | स्क्रीन पर वापस जाएं (Back) | Esc |
9 | वैल्यूएशन विकल्प खोलें (Stock Valuation Options) | F12 (स्टॉक समरी या अन्य रिपोर्ट्स में) |
10 | Search Bar से स्टॉक ग्रुप खोजें | Alt + G → फिर ग्रुप का नाम टाइप करें |
निष्कर्ष
टैली में स्टॉक ग्रुप बनाना और उसका सही उपयोग करना हर व्यवसाय के लिए जरूरी है। इससे स्टॉक का वर्गीकरण, रिपोर्टिंग, एनालिसिस और ऑडिटिंग बहुत आसान हो जाती है। ऊपर बताए गए स्टेप्स को फॉलो करके आप अपने बिजनेस की इन्वेंट्री को प्रोफेशनल तरीके से मैनेज कर सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
क्या स्टॉक ग्रुप बनाना जरूरी है?
हाँ, इससे स्टॉक का वर्गीकरण और रिपोर्टिंग आसान होती है।
क्या एक आइटम एक से ज्यादा ग्रुप में रह सकता है?
नहीं, एक आइटम एक ही ग्रुप में रह सकता है।
क्या ग्रुप के अंदर सब-ग्रुप बना सकते हैं?
हाँ, जरूरत के अनुसार Sub-groups बना सकते हैं।
क्या स्टॉक ग्रुप डिलीट हो सकता है?
हाँ, अगर उसके अंदर कोई आइटम नहीं है तो।
क्या स्टॉक ग्रुप वैल्यूएशन मेथड प्रभावित करता है?
हाँ, स्टॉक ग्रुप के अनुसार वैल्यूएशन (FIFO, LIFO, Average) सेट किया जा सकता है, जो स्टॉक की कीमत तय करता है।
शोभित कालरा के पास डिजिटल न्यूज़ मीडिया, डिजिटल मार्केटिंग और हेल्थटेक सहित विभिन्न उद्योगों में 12 वर्षों का प्रभावशाली अनुभव है। लोगों के लिए लिखना और प्रभावशाली कंटेंट बनाने का एक सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड रहा है जो पाठकों को पसंद आता है। टेकजॉकी के साथ उनकी यात्रा में,... और पढ़ें
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