टैली में MIS रिपोर्ट क्या है? प्रकार, लाभ और बनाने का तरीका | What is MIS Report in Hindi

आज के डिजिटल युग में हर व्यवसाय को अपने डाटा का सही विश्लेषण और रिपोर्टिंग की जरूरत होती है। टैली जैसे अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर में एमआईएस (MIS) रिपोर्टिंग एक बहुत ही महत्वपूर्ण टूल है, जो बिजनेस के हर स्तर पर स्मार्ट निर्णय लेने में मदद करता है। इस ब्लॉग में हम “टैली में एमआईएस रिपोर्ट” के बारे में विस्तार से जानेंगे।
MIS रिपोर्ट क्या है? | MIS Report Meaning in Hindi
MIS रिपोर्ट का पूरा नाम Management Information System रिपोर्ट है। यह एक ऐसी रिपोर्ट होती है जो किसी संस्था या कंपनी के रोज़ाना के कामकाज, प्रदर्शन (performance) और प्रगति (progress) की जानकारी देती है।
MIS रिपोर्ट का मकसद प्रबंधन (management) को सही और समय पर जानकारी देना होता है ताकि वे सही निर्णय ले सकें। इसमें बिक्री, खर्च, मुनाफा, स्टॉक, कर्मचारियों की जानकारी जैसी जरूरी बातें शामिल होती हैं। इस रिपोर्ट को Excel, सॉफ्टवेयर या ERP सिस्टम की मदद से तैयार किया जाता है।
MIS रिपोर्ट नियमित रूप से—जैसे रोज, हफ्ते या महीने में—बनाई जाती है। यह रिपोर्ट बिजनेस को व्यवस्थित और अधिक प्रभावी ढंग से चलाने में मदद करती है। आसान भाषा में कहें तो, यह कंपनी का रिपोर्ट कार्ड होता है जो बताता है कि कंपनी कैसे चल रही है।
और जाने: अंग्रेजी में पढ़ें MIS रिपोर्ट के बारे में
टैली में MIS रिपोर्ट का महत्व | Tally Me MIS Report Ke Mahatva
टैली में MIS रिपोर्ट का महत्व बहुत ज़्यादा है, क्योंकि यह रिपोर्ट एक बिज़नेस को समझदारी से चलाने में मदद करती है। नीचे टैली में MIS रिपोर्ट के कुछ मुख्य महत्व दिए गए हैं:
- प्रबंधन निर्णय में मदद: MIS रिपोर्ट से टैली में उपलब्ध डेटा के आधार पर मैनेजमेंट बेहतर और तेज़ निर्णय ले सकता है।
- फाइनेंशियल एनालिसिस: टैली में बिक्री, ख़र्च, लाभ-हानि, बैलेंस शीट जैसी रिपोर्टें मिलती हैं, जो फाइनेंशियल स्थिति को समझने में मदद करती हैं।
- रियल-टाइम डेटा: टैली में सभी डेटा तुरंत अपडेट होते हैं, जिससे MIS रिपोर्ट रियल-टाइम में तैयार होती है।
- परफॉर्मेंस ट्रैकिंग: MIS रिपोर्ट के जरिए कंपनी की बिक्री, इन्वेंट्री, कैश फ्लो आदि की प्रगति को ट्रैक किया जा सकता है।
- इन्वेंट्री कंट्रोल: स्टॉक की स्थिति, एक्सपायरी, और जरूरत का सामान समय पर जानकर सप्लाई में सुधार किया जा सकता है।
- समय और श्रम की बचत: रिपोर्टें ऑटोमेटिकली बनती हैं जिससे मैनुअल काम कम होता है।
- अनुकूलन (Customization): टैली में अपनी जरूरत के अनुसार MIS रिपोर्ट को कस्टमाइज किया जा सकता है।
- कानूनी अनुपालन (Compliance): टैक्स, GST आदि की जानकारी समय पर मिलती है जिससे नियमों का पालन आसान होता है।

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टैली में MIS रिपोर्ट के प्रकार | Types of Mis Reports in Hindi
टैली (Tally) में MIS रिपोर्ट के प्रकार कई होते हैं, जो व्यवसाय की अलग-अलग जरूरतों के अनुसार बनाई जाती हैं। ये रिपोर्टें कंपनी के अलग-अलग क्षेत्रों जैसे फाइनेंस, अकाउंटिंग, इन्वेंट्री और बिक्री को समझने में मदद करती हैं। नीचे टैली में प्रमुख MIS रिपोर्ट के प्रकार दिए गए हैं:
1. फाइनेंशियल रिपोर्ट्स – Financial Reports in Hindi
- लाभ-हानि खाता (Profit & Loss A/c)
- बैलेंस शीट (Balance Sheet)
- कैश फ्लो स्टेटमेंट
- इन रिपोर्टों से कंपनी की आर्थिक स्थिति और मुनाफा/नुकसान का पता चलता है।
2. सेल्स और परचेज रिपोर्ट्स – Sales & Purchase Reports in Hindi
- बिक्री रिपोर्ट (Sales Register)
- खरीद रिपोर्ट (Purchase Register)
- यह रिपोर्ट बिक्री और खरीद के ट्रैकिंग के लिए जरूरी होती है।
3. टैक्स रिपोर्ट्स – GST & Tax Reports in Hindi
- GSTR-1, GSTR-3B रिपोर्ट
- VAT रिपोर्ट (जहाँ लागू हो)
- टैक्स संबंधित जानकारी और फाइलिंग के लिए अहम होती हैं।
4. ऑपरेशनल रिपोर्ट्स – Operational Reports in Hindi
ऑपरेशनल रिपोर्ट्स किसी भी संगठन को अपने बिज़नेस प्रोसेस, सप्लाई चेन की परफॉर्मेंस और प्रोडक्शन की एफिशिएंसी को मॉनिटर करने में मदद करती हैं।
ये रिपोर्ट्स एक तरह की MIS रिपोर्ट होती हैं। इनमें शामिल हैं:
- स्टॉक स्टेटस और टर्नओवर रिपोर्ट – मौजूदा स्टॉक लेवल और इन्वेंट्री कितनी तेजी से मूव हो रही है, यह दिखाती है।
- प्रोडक्शन रिपोर्ट – मैन्युफैक्चरिंग आउटपुट और उसकी एफिशिएंसी को ट्रैक करती है।
- सप्लाई चेन रिपोर्ट – सप्लायर, प्रोक्योरमेंट और वेंडर की परफॉर्मेंस का एनालिसिस करती है।
5. एचआर रिपोर्ट्स – HR Reports in Hindi
किसी भी संगठन के लिए HR MIS रिपोर्ट्स बहुत ज़रूरी होती हैं। ये रिपोर्ट्स वर्कफोर्स मैनेजमेंट, एम्प्लॉयी परफॉर्मेंस और HR पॉलिसी में सुधार जैसे कई पहलुओं को ट्रैक करने में मदद करती हैं। इन रिपोर्ट्स में शामिल हैं:
- एम्प्लॉयी प्रोडक्टिविटी रिपोर्ट – किसी व्यक्ति या टीम की कार्यक्षमता को मापती है।
- पेरोल और मुआवज़ा रिपोर्ट – सैलरी, बोनस और कटौतियों को ट्रैक करती है।
- ट्रेनिंग और डेवलपमेंट रिपोर्ट – उन कार्यक्रमों को मॉनिटर करती है जो कर्मचारियों की स्किल्स को बेहतर बनाते हैं।
टैली में एमआईएस रिपोर्ट कैसे बनाएं? | How to Prepare Mis Report in Hindi
टैली में एमआईएस (MIS) रिपोर्ट बनाना एक आसान प्रक्रिया है, लेकिन इसके लिए टैली में थोड़ी जानकारी होना जरूरी है। नीचे स्टेप-बाय-स्टेप तरीके से बताया गया है कि टैली में MIS रिपोर्ट कैसे बनाएं:
स्टेप 1: टैली ओपन करें
सबसे पहले अपने कंप्यूटर में Tally Prime या Tally ERP 9 को ओपन करें।
स्टेप 2: कंपनी सिलेक्ट करें
जिस कंपनी की MIS रिपोर्ट बनानी है, उसे सिलेक्ट करें।
स्टेप 3: रिपोर्ट टाइप चुनें
टैली में पहले से कई प्रकार की MIS रिपोर्ट उपलब्ध होती हैं:
- Gateway of Tally → Reports
- Profit & Loss A/c: लाभ-हानि रिपोर्ट
- Balance Sheet: बैलेंस शीट
- Stock Summary: इन्वेंट्री रिपोर्ट
- Cash/Bank Book: नकद और बैंक रिपोर्ट
- Receivables/Payables: बकाया रिपोर्ट
- Profit & Loss A/c: लाभ-हानि रिपोर्ट
स्टेप 4: रिपोर्ट को कस्टमाइज करें
- Alt + F12 दबाकर रिपोर्ट को फ़िल्टर करें (जैसे तारीख या पार्टी के अनुसार)
- Alt + C से नए कॉलम जोड़ें (Compare reports)
- Alt + N से नेरेटिव मोड में रिपोर्ट देखें
- Alt + E से रिपोर्ट Excel में एक्सपोर्ट करें
स्टेप 5: रिपोर्ट सेव या प्रिंट करें
- Alt + P दबाकर रिपोर्ट प्रिंट करें
- Alt + E दबाकर Excel या PDF में सेव करें
MIS रिपोर्ट के मुख्य घटक | MIS Report Ke Ghatak
एमआईएस (MIS) रिपोर्ट के मुख्य घटक वे आवश्यक तत्व होते हैं जो किसी भी रिपोर्ट को उपयोगी, स्पष्ट और निर्णय लेने योग्य बनाते हैं। नीचे MIS रिपोर्ट के 5 मुख्य घटकों को बताया गया है:
- 1. डेटा संग्रह (Data Collection): यह पहला और सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसमें अलग-अलग स्रोतों (जैसे बिक्री, खर्च, स्टॉक, कर्मचारी आदि) से जानकारी एकत्र की जाती है।
- 2. डेटा प्रोसेसिंग (Data Processing): इकट्ठा किए गए डेटा को व्यवस्थित और समझने लायक बनाने के लिए उसे प्रोसेस किया जाता है जैसे ग्रुपिंग, टोटल, एवरेज आदि।
- 3. सूचना प्रस्तुति (Information Presentation): प्रोसेस किए गए डेटा को रिपोर्ट के रूप में टेबल, चार्ट या ग्राफ के जरिए दिखाया जाता है ताकि प्रबंधन उसे आसानी से समझ सके।
- 4. निर्णय सहायता (Decision Support): MIS रिपोर्ट का उद्देश्य होता है सही समय पर सही जानकारी देना जिससे मैनेजमेंट प्रभावी निर्णय ले सके।
- 5. नियमितता और सटीकता (Timeliness & Accuracy): रिपोर्ट समय पर और सही होनी चाहिए ताकि उस पर भरोसा करके तुरंत एक्शन लिया जा सके।
टैली में MIS रिपोर्ट के फायदे | Tally Me MIS Report Ke Fayde
टैली में एमआईएस रिपोर्ट के फायदे बहुत सारे हैं। नीचे इसके प्रमुख फायदे दिए गए हैं:
- 1. तेज़ और सही निर्णय लेने में मदद: MIS रिपोर्ट से मैनेजमेंट को सटीक जानकारी मिलती है, जिससे वे तेज़ और प्रभावी निर्णय ले सकते हैं।
- 2. व्यवसाय की प्रगति का विश्लेषण: Profit & Loss, Balance Sheet जैसी रिपोर्टें व्यापार के फायदे-नुकसान की स्थिति को दिखाती हैं।
- 3. स्टॉक और इन्वेंट्री पर नियंत्रण: Stock Summary से पता चलता है कि कौन-सा सामान कितना मौजूद है और क्या ऑर्डर करना है।
- 4. बकाया और देनदारी की निगरानी: Receivables और Payables रिपोर्ट से यह जानकारी मिलती है कि किससे पैसा लेना है और किसे देना है।
- 5. वित्तीय योजना बनाने में सहायता: टैली में Cash Flow और Fund Flow रिपोर्ट फाइनेंशियल प्लानिंग के लिए उपयोगी होती हैं।
- 6. समय की बचत: MIS रिपोर्ट ऑटोमैटिक जनरेट होती हैं, जिससे समय और मैनुअल मेहनत की बचत होती है।
- 7. कम लागत में अधिक जानकारी: टैली सॉफ्टवेयर की मदद से कम खर्च में सारी महत्वपूर्ण रिपोर्टें उपलब्ध हो जाती हैं।
- 8. टैक्स और जीएसटी रिपोर्टिंग आसान: GST और अन्य टैक्स रिपोर्टें भी टैली में MIS के रूप में तैयार हो जाती हैं, जिससे फाइलिंग आसान होती है।
- 9. डेटा में पारदर्शिता और सुरक्षा: MIS रिपोर्ट से डेटा में पारदर्शिता बनी रहती है और टैली की सुरक्षा विशेषताएँ जानकारी को सुरक्षित रखती हैं।
- 10. व्यवसाय को सुव्यवस्थित बनाना: सभी विभागों की जानकारी एक ही जगह मिलती है, जिससे बिजनेस ऑपरेशन आसान और प्रभावी हो जाते हैं।
टैली में MIS रिपोर्टिंग के लिए टिप्स
टैली में MIS रिपोर्टिंग के लिए उपयोगी टिप्स आपके रिपोर्टिंग को अधिक सटीक, प्रभावी और समझने योग्य बना सकते हैं। नीचे कुछ जरूरी टिप्स दिए गए हैं:
- 1. सही फाइनेंशियल साल और तारीख सेट करें: रिपोर्ट बनाने से पहले सुनिश्चित करें कि फाइनेंशियल ईयर और डेट रेंज सही से सेट हो।
- 2. Alt + F12 से रिपोर्ट को फ़िल्टर करें: डेटा को पार्टी, तारीख, स्टॉक आइटम आदि के आधार पर छाँटने के लिए Advance Filter (Alt + F12) का इस्तेमाल करें।
- 3. Alt + C से कॉलम जोड़ें: कंपेयर करने के लिए अलग-अलग पीरियड्स के कॉलम जोड़ें, जैसे: इस माह बनाम पिछले माह।
- 4. Alt + E से Excel में एक्सपोर्ट करें: रिपोर्ट को Excel में सेव करें ताकि उसे आसानी से शेयर किया जा सके या और एडिटिंग की जा सके।
- 5. Drill Down का उपयोग करें: रिपोर्ट में किसी आइटम पर क्लिक करके उसका पूरा डिटेल्स देखें — इसे “Drill Down” कहते हैं।
- 6. रिपोर्ट को कस्टमाइज़ करें: अपनी जरूरत के अनुसार रिपोर्ट का लेआउट, कॉलम, हेडिंग आदि को बदलें।
- 7. Shortcuts याद रखें: टैली में MIS रिपोर्टिंग को तेज और आसान बनाने के लिए शॉर्टकट्स जैसे Alt + P (Print), Alt + E (Export), F2 (Date) आदि याद रखें।
- 8. Inventory और Accounting दोनों को एनेबल रखें: अगर आपका व्यापार स्टॉक से जुड़ा है, तो दोनों फीचर्स ऑन रखें ताकि MIS रिपोर्ट पूरी जानकारी दे सके।
- 9. Ledger और Group को सही तरीके से Maintain करें: लेज़र और ग्रुप को सही ढंग से बनाना जरूरी है ताकि रिपोर्टिंग में गड़बड़ी न हो।
- 10. Regular Backup लें: रिपोर्टिंग के डेटा का समय-समय पर बैकअप लेना बहुत जरूरी है ताकि डेटा लॉस न हो।
निष्कर्ष
टैली में MIS रिपोर्टिंग हर व्यवसाय के लिए अनिवार्य टूल है। यह न सिर्फ बिजनेस के हर पहलू को ट्रैक करता है, बल्कि स्मार्ट निर्णय लेने, समय बचाने और बिजनेस को आगे बढ़ाने में भी मदद करता है। अगर आप अपने बिजनेस को डिजिटल और डेटा-ड्रिवन बनाना चाहते हैं, तो टैली में MIS रिपोर्टिंग का सही उपयोग जरूर करें।
MIS रिपोर्टिंग में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
MIS रिपोर्ट कौन बनाता है?
आमतौर पर एक अकाउंटेंट, डेटा एनालिस्ट, या मैनेजमेंट टीम MIS रिपोर्ट बनाते हैं, विशेष रूप से टैली या Excel जैसे टूल्स का उपयोग करके।
MIS रिपोर्ट किसलिए उपयोग की जाती है?
यह रिपोर्ट व्यवसाय की निगरानी (monitoring), विश्लेषण (analysis), और निर्णय लेने (decision making) के लिए इस्तेमाल की जाती है।
टैली में MIS रिपोर्ट कैसे बनाई जाती है?
टैली में रिपोर्ट्स मेन्यू (Gateway of Tally → Reports) में जाकर विभिन्न रिपोर्ट्स जैसे Profit & Loss, Balance Sheet, Stock Summary आदि से MIS रिपोर्ट बनाई जा सकती है।
MIS रिपोर्ट की कितनी प्रकार होती हैं?
MIS रिपोर्ट कई प्रकार की होती हैं, जैसे: वित्तीय रिपोर्ट (Financial), इन्वेंट्री रिपोर्ट, बिक्री रिपोर्ट, लागत केंद्र रिपोर्ट, बजट रिपोर्ट आदि।
MIS रिपोर्ट Excel में कैसे एक्सपोर्ट करें?
टैली में Alt + E दबाकर किसी भी रिपोर्ट को Excel फॉर्मेट में एक्सपोर्ट किया जा सकता है।
क्या MIS रिपोर्ट सिर्फ बड़ी कंपनियों के लिए होती है?
नहीं, यह छोटे, मध्यम और बड़े: हर प्रकार के व्यवसाय के लिए उपयोगी होती है।
MIS रिपोर्टिंग में कौन-से टूल्स काम आते हैं?
मुख्य टूल्स हैं: Tally, MS Excel, Google Sheets, Zoho, Power BI आदि।
MIS रिपोर्ट कितनी बार बनानी चाहिए?
यह व्यवसाय की जरूरत पर निर्भर करता है: कुछ रिपोर्टें रोज़ाना, कुछ हफ्ते में और कुछ महीने में एक बार तैयार की जाती हैं।
शोभित कालरा के पास डिजिटल न्यूज़ मीडिया, डिजिटल मार्केटिंग और हेल्थटेक सहित विभिन्न उद्योगों में 12 वर्षों का प्रभावशाली अनुभव है। लोगों के लिए लिखना और प्रभावशाली कंटेंट बनाने का एक सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड रहा है जो पाठकों को पसंद आता है। टेकजॉकी के साथ उनकी यात्रा में,... और पढ़ें
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