HomeLatest PostsPageMaker क्या है? | इतिहास, फीचर्स, उपयोग और सीखने के तरीके | PageMaker Kya Hai
PageMaker क्या है? | इतिहास, फीचर्स, उपयोग और सीखने के तरीके | PageMaker Kya Hai
Last Updated: May 19, 2025
आज के डिजिटल युग में जब भी अखबार, किताब, ब्रोशर, शादी कार्ड, बैनर या पोस्टर की बात आती है, तो एक नाम सबसे पहले दिमाग में आता है: पेजमेकर। पेजमेकर ने प्रिंटिंग और डिजाइनिंग की दुनिया को बहुत आसान और रचनात्मक बना दिया है।
इस ब्लॉग में आप जानेंगे: पेजमेकर क्या है, यह कैसे काम करता है, इसके फीचर्स, फायदे, नुकसान, उपयोग, टूल्स, वर्जन और बहुत कुछ।
पेजमेकर क्या है? | What is PageMaker in Hindi
पेजमेकर एक डेस्कटॉप पब्लिशिंग सॉफ्टवेयर है जिसका उपयोग किताब, मैगज़ीन, अखबार, ब्रोशर और कार्ड डिज़ाइन करने के लिए किया जाता है। इसे Adobe कंपनी ने बनाया है।
इसमें हम टेक्स्ट और फोटो को अच्छे तरीके से पेज पर सजाकर प्रिंट के लिए तैयार कर सकते हैं। पेजमेकर का इस्तेमाल ज्यादातर प्रिंटिंग और पब्लिशिंग के काम में किया जाता है। यह चलाने में आसान है और नए लोग भी इसे जल्दी सीख सकते हैं। इसमें फॉन्ट बदलना, लेआउट बनाना और इमेज एडजस्ट करना बहुत सरल होता है।
पेजमेकर खासकर उन लोगों के लिए उपयोगी है जो बुकलेट या पत्रिका जैसे डॉक्युमेंट तैयार करना चाहते हैं। आजकल Adobe InDesign जैसे नए सॉफ्टवेयर आ गए हैं, लेकिन पेजमेकर अब भी कई जगहों पर इस्तेमाल किया जाता है।
पेजमेकर का इतिहास | History of Pagemaker in Hindi
पेजमेकर की शुरुआत 1985 में हुई थी जब इसे कंपनी Aldus Corporation ने विकसित किया था। यह दुनिया का पहला लोकप्रिय डेस्कटॉप पब्लिशिंग सॉफ्टवेयर था जिसने प्रिंट मीडिया की दुनिया में क्रांति ला दी।
पेजमेकर ने कंप्यूटर पर आसानी से पेज लेआउट डिजाइन करने की सुविधा दी, जिससे किताबें, मैगज़ीन, अख़बार और अन्य प्रिंट सामग्री बनाना बहुत आसान हो गया। बाद में 1994 में Adobe Systems ने Aldus Corporation को खरीद लिया और पेजमेकर को अपनी कंपनी में शामिल कर लिया।
इसके बाद पेजमेकर ने कई अपडेट और सुधार देखे, लेकिन धीरे-धीरे Adobe InDesign जैसे नए और आधुनिक सॉफ्टवेयर के आने से इसकी लोकप्रियता कम होने लगी। फिर भी पेजमेकर ने डेस्कटॉप पब्लिशिंग के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण स्थान बना रखा है।
किताबें और मैगज़ीन बनाना: पेजमेकर से आसानी से आकर्षक किताबें और मैगज़ीन डिजाइन की जा सकती हैं।
अखबार और समाचार पत्र: अखबार के पेजों को व्यवस्थित और सुंदर तरीके से तैयार करने में मदद करता है।
ब्रोशर और फ्लायर्स: प्रचार के लिए ब्रोशर, फ्लायर्स और पोस्टर बनाने में उपयोगी है।
कार्ड और निमंत्रण पत्र: शादी, जन्मदिन या अन्य अवसरों के लिए कार्ड और इनवाइटेशन तैयार करता है।
पत्रिकाएँ और न्यूज़लेटर: स्कूल, कॉलेज या ऑफिस की पत्रिकाएँ डिजाइन करने के लिए इस्तेमाल होता है।
विज्ञापन सामग्री: विज्ञापन के लिए आकर्षक पेज लेआउट तैयार करता है।
रिपोर्ट और प्रस्तुति सामग्री: बिज़नेस रिपोर्ट और प्रेजेंटेशन के लिए भी इसका उपयोग होता है।
प्रिंट मीडिया इंडस्ट्री: यह प्रिंटिंग कंपनियों में डॉक्युमेंट तैयार करने का प्रमुख सॉफ्टवेयर था।
पेजमेकर की विशेषताएं | Pagemaker Ki Visheshta
सरल और यूजर-फ्रेंडली इंटरफेस: पेजमेकर चलाने में आसान होता है, जिससे नया उपयोगकर्ता भी जल्दी सीख सकता है।
मल्टीपेज डॉक्युमेंट सपोर्ट: एक साथ कई पेज वाले दस्तावेज़ आसानी से बनाए जा सकते हैं।
टेक्स्ट और इमेज इंटीग्रेशन: टेक्स्ट के साथ तस्वीरें और ग्राफिक्स आसानी से जोड़े जा सकते हैं।
फॉन्ट और टाइपोग्राफी कंट्रोल: विभिन्न फॉन्ट और टेक्स्ट स्टाइल का उपयोग कर के डिजाइन आकर्षक बनाया जा सकता है।
लेआउट टेम्पलेट्स: कई रेडीमेड टेम्पलेट्स से काम तेजी से किया जा सकता है।
पेज डिजाइनिंग टूल्स: लाइन, शेप्स, बॉर्डर आदि जोड़ने के लिए विशेष टूल्स मिलते हैं।
प्रिंट प्रीव्यू और एक्सपोर्ट विकल्प: प्रिंट से पहले डिज़ाइन देख सकते हैं और PDF या अन्य फॉर्मेट में सेव कर सकते हैं।
इमेज एडिटिंग सपोर्ट: पेजमेकर में बेसिक इमेज एडिटिंग की सुविधा भी होती है।
कस्टमाइज़ेबल पेज सेटअप: पेज साइज़, मार्जिन, कॉलम आदि आसानी से सेट किए जा सकते हैं।
डेस्कटॉप पब्लिशिंग के लिए उपयुक्त: प्रिंटिंग के लिए पेशेवर डॉक्युमेंट तैयार करने में मदद करता है।
पेजमेकर के घटक | Pagemaker Ke Vibhinn Ghatak
मेनू बार (Menu Bar): इसमें सभी कमांड और ऑप्शंस होते हैं जैसे फाइल, एडिट, व्यू आदि।
टूलबार (Toolbar): तेजी से जरूरी टूल्स तक पहुँचाने के लिए शॉर्टकट बटन होते हैं।
वर्कस्पेस (Workspace): जहाँ आप अपने पेज का डिज़ाइन करते हैं, यानी मुख्य काम करने वाला हिस्सा।
पेज विंडो (Page Window): यह उस पेज को दिखाता है जिस पर आप काम कर रहे हैं।
टूल बॉक्स (Toolbox): इसमें विभिन्न ड्राइंग और टेक्स्ट टूल्स होते हैं जैसे सिलेक्शन, टाइपिंग, लाइन आदि।
प्लेसमेंट एरिया (Placement Area): टेक्स्ट, इमेज और अन्य ऑब्जेक्ट्स को सेट करने की जगह।
पैलेट्स (Palettes): विशेष कंट्रोल पैनल होते हैं जैसे कलर, पेज, लेयर, फॉन्ट आदि।
स्टेटस बार (Status Bar): यह स्क्रीन के नीचे स्थित होता है और पेज की जानकारी देता है।
डायलॉग बॉक्स (Dialog Box): सेटिंग्स बदलने या विकल्प चुनने के लिए खुलने वाली छोटी विंडो।
रूलर (Ruler): पेज पर मापन के लिए ऊपर और बाईं ओर मापा दिखाता है।
पेजमेकर के टूल्स | Pagemaker Ke Tools
सेलेक्शन टूल (Selection Tool): पेज पर मौजूद ऑब्जेक्ट्स को चुनने और हिलाने के लिए।
टाइप टूल (Type Tool): टेक्स्ट टाइप करने और एडिट करने के लिए।
लाइन टूल (Line Tool): पेज पर सीधी लाइनें बनाने के लिए।
रेक्टेंगल टूल (Rectangle Tool): आयताकार आकृतियाँ बनाने के लिए।
एलिप्स टूल (Ellipse Tool): गोल या अंडाकार आकृतियाँ बनाने के लिए।
पेन टूल (Pen Tool): कर्व और कस्टम शेप्स ड्रॉ करने के लिए।
फ्री हैंड टूल (Freehand Tool): माउस से हाथ से ड्राइंग करने के लिए।
ड्रॉप टूल (Drop Tool): रंगों को पेज पर ड्रॉप करने के लिए।
स्केल टूल (Scale Tool): ऑब्जेक्ट्स का आकार बढ़ाने या घटाने के लिए।
रोटेट टूल (Rotate Tool): ऑब्जेक्ट्स को घुमाने के लिए।
पेजमेकर के फायदे | Pagemaker Ke Labh
सरल और उपयोग में आसान: नया यूजर भी आसानी से सीख सकता है।
प्रोफेशनल लेआउट: किताब, मैगज़ीन और ब्रोशर के लिए उच्च गुणवत्ता वाले डिज़ाइन बनाता है।
टेक्स्ट और इमेज एक साथ: टेक्स्ट और फोटो को आसानी से जोड़कर आकर्षक पेज तैयार करता है।
मल्टीपेज डॉक्युमेंट सपोर्ट: कई पेज के डॉक्युमेंट बनाना संभव है।
प्रिंट के लिए उपयुक्त: प्रिंटिंग के लिए पूरी तरह तैयार दस्तावेज़ बनाता है।
कस्टमाइजेशन की सुविधा: फॉन्ट, रंग और लेआउट को अपनी जरूरत के हिसाब से बदल सकते हैं।
टेम्पलेट्स का उपयोग: समय बचाने के लिए रेडीमेड टेम्पलेट्स उपलब्ध हैं।
ग्राफिक्स और डिजाइनिंग टूल्स: पेज को आकर्षक बनाने के लिए कई टूल्स मिलते हैं।
कम लागत में पेशेवर डिज़ाइन: महंगे डिजाइनर की जरूरत नहीं होती।
डेस्कटॉप पब्लिशिंग में मददगार: प्रिंट मीडिया इंडस्ट्री में व्यापक रूप से इस्तेमाल होता है।
पेजमेकर के नुकसान | Disadvantages of Pagemaker in Hindi
पुराना सॉफ्टवेयर: पेजमेकर अब आधुनिक सॉफ्टवेयर की तुलना में थोड़ा पुराना माना जाता है।
सीमित फंक्शनलिटी: कुछ नए और एडवांस फीचर्स इसमें उपलब्ध नहीं होते।
बड़ी फाइलें हैंडल करना मुश्किल: बड़े और जटिल प्रोजेक्ट्स में यह धीमा पड़ सकता है।
क्लाउड सपोर्ट नहीं: ऑनलाइन या क्लाउड पर काम करने की सुविधा नहीं है।
सीखने में समय लग सकता है: शुरुआती यूजर के लिए कुछ टूल्स समझना थोड़ा कठिन हो सकता है।
फॉन्ट और ग्राफिक्स कंफ्लिक्ट: कभी-कभी फॉन्ट या इमेज इम्पोर्ट में समस्या आ सकती है।
मॉडर्न फॉर्मेट सपोर्ट की कमी: नए फाइल फॉर्मेट या वेक्टर ग्राफिक्स का समर्थन सीमित है।
ऑपरेटिंग सिस्टम पर निर्भरता: सभी आधुनिक ऑपरेटिंग सिस्टम पर सही तरह काम नहीं करता।
Adobe InDesign की तुलना में कमजोर: Adobe InDesign जैसे नए टूल्स की तुलना में फीचर्स कम हैं।
ग्राफिक्स एडिटिंग में सीमित: पेजमेकर में इमेज एडिटिंग टूल सीमित होते हैं।
पेजमेकर के वर्जन | Versions of Pagemaker in Hindi
PageMaker 1.0 (1985): पेजमेकर का पहला वर्जन, Aldus Corporation ने लॉन्च किया था।
PageMaker 3.0 (1987): इसमें कई सुधार और नई सुविधाएँ जोड़ी गईं।
PageMaker 4.0 (1990): बेहतर यूजर इंटरफेस और टूल्स के साथ आया।
PageMaker 6.0 (1993): विंडोज़ और मैक दोनों के लिए उपलब्ध पहला वर्जन।
PageMaker 6.5 (1996): सबसे लोकप्रिय वर्जन, कई एडवांस फीचर्स के साथ।
PageMaker 7.0 (2001): Adobe ने Aldus Corporation को खरीदने के बाद जारी किया।
PageMaker 7.0.2 (2004): अंतिम अपडेट वर्जन, बाद में इसे Adobe InDesign से रिप्लेस किया गया।
पेजमेकर को कैसे ओपन करें? | How to Open Pagemaker in Hindi
सबसे पहले अपने कंप्यूटर में पेजमेकर सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें।
इंस्टॉलेशन के बाद, डेस्कटॉप या स्टार्ट मेनू पर पेजमेकर का आइकन खोजें।
पेजमेकर के आइकन पर डबल क्लिक करें।
सॉफ्टवेयर लोड होने लगेगा और मुख्य विंडो खुल जाएगी।
अब आप नया डॉक्युमेंट बना सकते हैं या पहले से सेव किए हुए प्रोजेक्ट को खोल सकते हैं।
अगर पेजमेकर इंस्टॉल नहीं है, तो आपको पहले इसे डाउनलोड और इंस्टॉल करना होगा।
पेजमेकर सीखने के लिए टिप्स | Pagemaker Kaise Sikhe
बेसिक कंप्यूटर स्किल्स सीखें: पेजमेकर सीखने से पहले माउस, कीबोर्ड, फाइल सेव/ओपन जैसी बेसिक चीज़ें आनी चाहिए।
पेजमेकर का इंटरफेस समझें: मेनू बार, टूलबार, टूल बॉक्स, पेज एरिया आदि हिस्सों को अच्छी तरह पहचानें।
टूल्स की प्रैक्टिस करें: Pointer Tool, Text Tool, Rectangle Tool आदि को बार-बार प्रयोग करके उनका इस्तेमाल समझें।
नया डॉक्युमेंट बनाकर अभ्यास करें: बार-बार नया पेज बनाकर उसमें टेक्स्ट और इमेज डालने का अभ्यास करें।
डिज़ाइन के सैंपल देखें और बनाएँ: ब्रोशर, कार्ड, पोस्टर आदि के डिज़ाइन देखकर वैसा ही बनाने की कोशिश करें।
शॉर्टकट कीज़ याद करें: काम को तेज और आसान बनाने के लिए जरूरी कीबोर्ड शॉर्टकट याद रखें।
टेम्पलेट्स का उपयोग करें: शुरुआत में टेम्पलेट्स से काम करना सीखें, फिर खुद से डिज़ाइन बनाना शुरू करें।
ऑनलाइन वीडियो या ट्यूटोरियल्स देखें: YouTube जैसे प्लेटफ़ॉर्म पर हिंदी में कई आसान वीडियो उपलब्ध हैं।
छोटे-छोटे प्रोजेक्ट बनाएं: जैसे निमंत्रण पत्र, बैनर, रिपोर्ट कवर आदि बनाकर खुद को प्रैक्टिस दें।
गलतियों से सीखें: अगर कोई डिज़ाइन गलत हो जाए तो उसे ठीक करें, इससे आप और बेहतर सीखेंगे।
पेजमेकर का भविष्य | Future of Pagemaker in Hindi
आजकल Adobe InDesign, Canva, CorelDraw जैसे नए सॉफ्टवेयर आ गए हैं, लेकिन पेजमेकर अभी भी छोटे व्यवसायों, प्रिंटिंग प्रेस, और हिंदी/स्थानीय भाषाओं में काम करने वालों के लिए बहुत उपयोगी है।
डिजिटल इंडिया के दौर में भी पेजमेकर ने अपनी जगह बनाई हुई है, खासकर वहां जहां कम लागत में अच्छा डिजाइन चाहिए।
निष्कर्ष
पेजमेकर एक बेहतरीन डेस्कटॉप पब्लिशिंग सॉफ्टवेयर है, जिससे आप अखबार, किताब, कार्ड, बैनर, पोस्टर, ब्रोशर आदि आसानी से डिजाइन कर सकते हैं। यह सॉफ्टवेयर यूजर फ्रेंडली, किफायती और छोटे-बड़े सभी व्यवसायों के लिए उपयुक्त है।
अगर आप डिजाइनिंग या प्रिंटिंग में करियर बनाना चाहते हैं, तो पेजमेकर सीखना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
पेजमेकर का सबसे नया वर्जन कौन सा है?
Adobe PageMaker 7.0 सबसे लेटेस्ट और पॉपुलर वर्जन है।
पेजमेकर में कौन-कौन से टूल्स होते हैं?
Pointer Tool, Text Tool, Line Tool, Rectangle Tool, Ellipse Tool, Polygon Tool, Hand Tool, Zoom Tool, Rotate Tool, Crop Tool आदि।
क्या पेजमेकर हिंदी में काम करता है?
हाँ, पेजमेकर हिंदी, अंग्रेजी समेत कई भाषाओं में काम करता है (यदि सही फॉन्ट और कीबोर्ड सपोर्ट हो)।
पेजमेकर और MS Word में क्या फर्क है?
MS Word टेक्स्ट डॉक्यूमेंट के लिए है, जबकि पेजमेकर ग्राफिक्स, लेआउट और प्रिंट डिज़ाइन के लिए उपयुक्त है।
क्या पेजमेकर फ्री है?
नहीं, पेजमेकर फ्री नहीं है, लेकिन इसकी ट्रायल वर्जन या पुराना वर्जन कहीं-कहीं उपलब्ध हो सकता है।
क्या पेजमेकर मोबाइल पर चलता है?
नहीं, पेजमेकर सिर्फ कंप्यूटर या लैपटॉप पर ही चलता है।
पेजमेकर सीखना कितना मुश्किल है?
अगर आपको बेसिक कंप्यूटर चलाना आता है, तो पेजमेकर सीखना आसान है; थोड़ी प्रैक्टिस से अच्छे डिज़ाइन बनाए जा सकते हैं।
पेजमेकर से कौन-कौन से डॉक्यूमेंट प्रिंट किए जा सकते हैं?
Adobe InDesign, CorelDraw, QuarkXPress, Canva आदि पेजमेकर के प्रमुख विकल्प हैं।
Published On: May 19, 2025
Shobhit Kalra
शोभित कालरा के पास डिजिटल न्यूज़ मीडिया, डिजिटल मार्केटिंग और हेल्थटेक सहित विभिन्न उद्योगों में 12 वर्षों का प्रभावशाली अनुभव है। लोगों के लिए लिखना और प्रभावशाली कंटेंट बनाने का एक सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड रहा है जो पाठकों को पसंद आता है। टेकजॉकी के साथ उनकी यात्रा में, उन्हें सॉफ्टवेयर, SaaS उत्पादों और तकनीकी जगत से संबंधित सूचनात्मक कंटेंट तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है। वह अटूट नेतृत्व गुणों से युक्त टीम निर्माण करने वाले व्यक्ति हैं।