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Tally में Debit और Credit Note Entry कैसे करें l Tally Me Debit and Credit Note Kaise Banaye
Last Updated: June 13, 2025
व्यवसाय में लेन-देन के दौरान कई बार ऐसा होता है कि खरीदा या बेचा गया माल वापस करना पड़ता है या किसी कारणवश बिल में संशोधन करना होता है।
ऐसे मामलों में डेबिट नोट (Debit Note) और क्रेडिट नोट (Credit Note) का उपयोग किया जाता है। अकाउंटिंग सॉफ़्टवेयर जैसे की टैली सॉफ्टवेयर में इनकी एंट्री करना बेहद आसान है, लेकिन सही तरीके से करना जरूरी है ताकि अकाउंटिंग और स्टॉक दोनों सही रहें।
इस ब्लॉग में हम टैली में डेबिट नोट और क्रेडिट नोट एंट्री को उदाहरण के साथ विस्तार से समझेंगे।
टैली में डेबिट नोट क्या है? | What is Debit Note in Tally in Hindi
डेबिट नोट (Debit Note): डेबिट नोट एक ऐसा डॉक्युमेंट है, जो खरीदार (Buyer) द्वारा विक्रेता (Seller) को भेजा जाता है जब खरीदा गया माल वापस किया जाता है या बिल में कोई गलती पाई जाती है।
इसे Purchase Return या Return Outward भी कहते हैं। जब भी आप किसी सप्लायर को माल वापस करते हैं, तो डेबिट नोट बनाते हैं।
टैली में क्रेडिट नोट क्या है? | What is Credit Note in Tally in Hindi
क्रेडिट नोट (Credit Note): क्रेडिट नोट विक्रेता (Seller) द्वारा खरीदार (Buyer) को जारी किया जाता है जब बेचा गया माल ग्राहक द्वारा वापस कर दिया जाता है या बिल में कोई संशोधन करना होता है।
इसे Sales Return या Return Inward भी कहते हैं। जब भी ग्राहक आपको माल वापस करता है, तो क्रेडिट नोट बनाते हैं।
डेबिट नोट और क्रेडिट नोट एंट्री के लिए जरूरी बातें
डेबिट नोट खरीदार (Buyer) द्वारा सप्लायर को भेजा जाता है, जबकि क्रेडिट नोट विक्रेता (Seller) द्वारा ग्राहक को जारी किया जाता है।
दोनों नोट्स का उपयोग सामान वापस करने या बिल में सुधार के लिए होता है।
एंट्री करते समय सही पार्टी का नाम और लेजर चुनना ज़रूरी है।
माल की सही मात्रा और दर दर्ज करें ताकि स्टॉक और अकाउंट सही रहें।
GST लागू होने पर टैक्स के सही विवरण भरें।
तारीख सही डालें, ताकि रिकार्ड सही समय पर बने।
Narration में वापसी या संशोधन का कारण लिखें।
वाउचर एक्टिवेशन में “Use Debit/Credit Notes” फीचर ऑन होना चाहिए।
एंट्री करने से स्टॉक और पार्टी का बैलेंस दोनों अपने आप अपडेट हो जाते हैं।
सही नोट चुनकर ही एंट्री करें – डेबिट नोट खरीद वापसी के लिए, क्रेडिट नोट बिक्री वापसी के लिए।
GST के साथ डेबिट/क्रेडिट नोट एंट्री कैसे करें?
वाउचर बनाते समय GST लेजर जोड़ें।
टैक्स रेट और अमाउंट ऑटोमेटिक आ जाएगा।
IGST, CGST, SGST लेजर भी जोड़ें अगर लागू है
डेबिट नोट और क्रेडिट नोट की रिपोर्ट कैसे देखें?
Gateway of Tally पर जाएं।
Display मेनू में जाएं।
Day Book या Account Books विकल्प चुनें।
यहाँ आप सभी वाउचर्स की लिस्ट देखेंगे।
डेबिट नोट या क्रेडिट नोट देखने के लिए Filter या F12 Configuration में जाकर वाउचर टाइप से Debit Note या Credit Note चुनें।
इससे आपको केवल डेबिट नोट या क्रेडिट नोट की रिपोर्ट दिखेगी।
आप तारीख का रेंज भी सेट कर सकते हैं ताकि किसी खास समय की रिपोर्ट मिले।
डेबिट नोट और क्रेडिट नोट में आम गलतियाँ
सही पार्टी या ग्राहक का नाम गलत चुन लेना।
डेबिट नोट को क्रेडिट नोट की जगह या क्रेडिट नोट को डेबिट नोट की जगह इस्तेमाल करना।
माल की मात्रा या कीमत गलत दर्ज करना।
GST या टैक्स की गलत दर या विवरण भरना।
वाउचर एक्टिवेशन (Use Debit/Credit Notes) न करना।
तारीख गलत डालना जिससे रिपोर्ट्स में गड़बड़ी हो।
स्टॉक आइटम सही न चुनना जिससे स्टॉक अपडेट नहीं होता।
Narration न भरना या गलत जानकारी देना।
पुरानी या गलत बिल नंबर पर क्रेडिट नोट बनाना।
एंट्री को सही समय पर न करना, जिससे अकाउंट्स अपडेट नहीं होते।
डेबिट नोट और क्रेडिट नोट का प्रैक्टिकल उदाहरण
1. डेबिट नोट (Purchase Return) का उदाहरण:
परिस्थिति: आपने “Vijay Traders” से 50 मोबाइल चार्जर ₹500 प्रति चार्जर खरीदे। लेकिन 5 चार्जर खराब निकले और वापस करने हैं।
टैली में एंट्री:
डेबिट नोट वाउचर (Alt + F5) खोलें।
पार्टी का नाम: Vijay Traders
पर्चेज अकाउंट चुनें
आइटम: मोबाइल चार्जर
Quantity: 5 (वापस किए गए)
Rate: ₹500
तारीख सही भरें और सेव करें।
नतीजा: स्टॉक से 5 चार्जर कम होंगे और विक्रेता को भुगतान कम होगा।
2. क्रेडिट नोट (Sales Return) का उदाहरण:
परिस्थिति: आपने “Rahul Enterprises” को 20 लैपटॉप ₹40,000 प्रति लैपटॉप बेचे। ग्राहक ने 2 लैपटॉप वापस किए।
टैली में एंट्री:
क्रेडिट नोट वाउचर (Alt + F6) खोलें।
पार्टी का नाम: Rahul Enterprises
सेल्स अकाउंट चुनें
आइटम: लैपटॉप
Quantity: 2 (वापस किए गए)
Rate: ₹40,000
तारीख सही भरें और सेव करें।
नतीजा: स्टॉक में 2 लैपटॉप वापस जुड़ जाएंगे और ग्राहक का बकाया कम हो जाएगा।
डेबिट नोट और क्रेडिट नोट के फायदे
सही लेखांकन: बिल की गलतियों और रिटर्न को सही तरीके से रिकॉर्ड करता है।
स्टॉक अपडेट: वापसी होने पर स्टॉक अपने आप सही हो जाता है।
पार्टी बैलेंस सही: खरीदार और विक्रेता के खाते में सही बैलेंस दिखता है।
कर भुगतान में सहूलियत: GST या टैक्स रिटर्न में सही डेटा मिलता है।
विवाद निवारण: बिल विवाद या रिटर्न की स्थिति स्पष्ट होती है।
ऑडिट में मदद: वित्तीय रिकॉर्ड्स साफ़ और ट्रांसपेरेंट रहते हैं।
ग्राहक/सप्लायर रिलेशनशिप: भरोसेमंद बिजनेस संबंध बनते हैं।
वित्तीय नियंत्रण: खरीद और बिक्री पर बेहतर निगरानी मिलती है।
रिपोर्टिंग आसान: रिटर्न और संशोधनों की रिपोर्ट आसानी से मिलती है।
गलतियों से बचाव: एंट्री में गलतियों को कम करता है।
डेबिट नोट और क्रेडिट नोट के बीच तुलना
यहां डेबिट नोट और क्रेडिट नोट के बीच तुलना दी गई है:
मेट्रिक्स
डेबिट नोट
क्रेडिट नोट
अर्थ
खरीदार विक्रेता को खराब गुणवत्ता या अन्य कारणों से उत्पाद लौटाने के लिए डेबिट नोट जारी करता है। नोट में उत्पादों की वापसी का कारण दिया जाता है।
विक्रेता खरीदी हुई वस्तु की वापसी स्वीकार करने के लिए क्रेडिट नोट जारी करता है।
जारी करने वाला
खरीदार और विक्रेता
विक्रेता
जारी करने की स्थिति
क्रेडिट खरीद के समय या जब दोषपूर्ण उत्पाद लौटाए जाते हैं
क्रेडिट बिक्री के समय
प्रभाव
विक्रेता के खाता पुस्तक में खाते की प्राप्ति कम हो जाती है
खरीदार के खाता पुस्तक में खाते की देयता कम हो जाती है
प्रतिबिंबित
यह एक सकारात्मक राशि को दर्शाता है
यह एक नकारात्मक राशि को दर्शाता है
रूप
खरीद वापसी का रूप
बिक्री वापसी का रूप
एंट्री
सप्लायर खाता डेबिट। खरीद वापसी क्रेडिट
बिक्री वापसी खाता डेबिट। ग्राहक खाता क्रेडिट
विनिमय के लिए जारी किया जाता है
क्रेडिट नोट के बदले में
डेबिट नोट के बदले में
स्याही का उपयोग
नीले रंग की स्याही में जारी किया जाता है
लाल रंग की स्याही में जारी किया जाता है
लेखांकन
खरीद वापसी पुस्तकों को अपडेट करने की आवश्यकता होती है
बिक्री वापसी पुस्तकों को अपडेट करने की आवश्यकता होती है
निष्कर्ष
टैली में डेबिट नोट और क्रेडिट नोट की एंट्री करना बहुत आसान है, बशर्ते आप ऊपर बताए गए स्टेप्स को फॉलो करें। सही पार्टी, लेजर, आइटम और टैक्स डिटेल्स डालें, नरेशन जरूर लिखें और रिपोर्ट्स समय-समय पर चेक करें। इससे आपके अकाउंट्स और स्टॉक दोनों सही रहेंगे, GST और ऑडिट में भी कोई परेशानी नहीं होगी।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
डेबिट नोट और क्रेडिट नोट में क्या फर्क है?
डेबिट नोट खरीद पर वापसी, क्रेडिट नोट बिक्री पर वापसी दर्शाता है।
डेबिट नोट कब बनाना चाहिए?
जब खरीदा गया माल वापस करना हो या बिल में गलती हो।
क्रेडिट नोट कब जारी करते हैं?
जब ग्राहक माल वापस करता है या बिल सुधार करना हो।
क्या डेबिट और क्रेडिट नोट दोनों GST में दिखाने होते हैं?
हाँ, दोनों GST रिटर्न में दिखाने जरूरी होते हैं।
टैली में डेबिट और क्रेडिट नोट कैसे बनाते हैं?
Gateway of Tally > Vouchers > Debit Note (Alt+F5) या Credit Note (Alt+F6)।
डेबिट नोट और क्रेडिट नोट के शॉर्टकट क्या हैं?
डेबिट नोट: Alt + F5, क्रेडिट नोट: Alt + F6।
क्या रिपोर्ट टैली में देखी जा सकती है?
हाँ, डेबिट और क्रेडिट नोट की रिपोर्ट टैली में उपलब्ध है।
सबसे आम गलतियां क्या हैं?
गलत पार्टी नाम, गलत मात्रा, गलत वाउचर इस्तेमाल करना।
प्रैक्टिकल उपयोग कैसे होता है?
माल वापसी या बिल सुधार के लिए एंट्री की जाती है।
क्या ये फाइनेंशियल स्टेटमेंट में दिखते हैं?
हाँ, ये अकाउंट्स और बैलेंस शीट को प्रभावित करते हैं।
क्या डेबिट नोट से स्टॉक में बदलाव होता है?
हाँ, स्टॉक में वापसी के अनुसार कमी होती है।
क्या क्रेडिट नोट से सेल्स अकाउंट प्रभावित होता है?
हाँ, सेल्स अकाउंट में कमी आती है।
डेबिट और क्रेडिट नोट की वैधता कितनी होती है?
यह कंपनी और कानूनी नियमों पर निर्भर करता है, आमतौर पर एक वित्तीय वर्ष।
Published On: June 11, 2025
Shobhit Kalra
शोभित कालरा के पास डिजिटल न्यूज़ मीडिया, डिजिटल मार्केटिंग और हेल्थटेक सहित विभिन्न उद्योगों में 12 वर्षों का प्रभावशाली अनुभव है। लोगों के लिए लिखना और प्रभावशाली कंटेंट बनाने का एक सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड रहा है जो पाठकों को पसंद आता है। टेकजॉकी के साथ उनकी यात्रा में, उन्हें सॉफ्टवेयर, SaaS उत्पादों और तकनीकी जगत से संबंधित सूचनात्मक कंटेंट तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है। वह अटूट नेतृत्व गुणों से युक्त टीम निर्माण करने वाले व्यक्ति हैं।